आनंद का दरिया
जब तक भीतर का बच्चा खिलखिलाकर मुस्कुराता है,
आनंद का दरिया खुद-ब-खुद बहता ही चला जाता है.
इसलिए उम्र बढ़ने की दुहाई देना एक बहाना है,
साहस बना रहे, तो उम्र नहीं आड़े आती है सबने जाना है.
हम आनंद रूप हैं, गुरुओं ने सिखलाया है,
आनंद हमारे अंदर है, कैसे उसे पाएं, पथ दिखलाया है,
दुआ करें मेरे भीतर का बच्चा खिलखिलाकर मुस्कुराता रहे,
आनंद का दरिया खुद-ब-खुद बहता-लहराता रहे.