गीत/नवगीत

साक्षरता बारहमासा मार्च (होली)

होली खेल रहे बनवारी, साक्षरता से भर पिचकारी-                                                        747/9.7.95

 
1.सारे ग्वाले आए, मस्त मतवाले आए
अपने रंग में रंगने, मोहन प्यारे आए
साक्षरता से रंग दई सारी, साक्षरता से भर पिचकारी-

 
2.गोपियां सजकर आईं, गाकर धूम मचाई
इनके बीच में छिपकर, राधारानी आई
साक्षरता ने रौनक बढ़ाई, साक्षरता से भर पिचकारी-

 
3.सांवरे आगे आओ, अपना दरश दिखाओ
छोड़ो रंग ये सारे, अपना रंग लगाओ
साक्षरता की महिमा भारी, साक्षरता से भर पिचकारी-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244