उड़ान
उड़ान भर लो अपने मन में
चल देना तुम सीना तान
लाख कोशिश कर ले दुनियाँ
पाओगे मंजिल और पहचान
डरना नहीं तूफानों से तुम
जगाना दिल में यह अरमान
अपने कर्मों के ही बल से
पूजा जाता है इंसान
हमने छोड़ दी दुनियाँदारी
पहले खुद ही बनें महान
सुनना है अब अपने हिय की
करना है मुझे अच्छे काम
मेहनत करके आगे बढ़ना
करना है सबका सम्मान
-रमाकान्त पटेल