मैंने की है खता तो सजा दीजिये
मैंने की है खता तो सजा दीजिए
जिस्म से जान पर न जुदा कीजिये
प्यार करती हूँ मैं भी बहुत आप से
प्यार की जीत हो ये दुआ कीजिए
छोटी सी है बहुत ये सनम जिंदगी
गिले शिकवे सभी अब भुला दीजिए
दिल दुखे आपका मैंने चाहा न था
फिर भी दुख ही गया तो क्षमा कीजिए
मर्ज है इश्क ये सच कहा है कोई
वैद्य हैं आप ही अब दवा कीजिये
कर्ज मेरा भी है इश्क का आप पर
किस्तों में ही सही पर अदा कीजिए
लायेगी फिर किरण हर खुशी आपकी
अपनी खुशियों का मुझको पता दीजिये