कोरोना वायरस
चीन के वुहान शहर से उत्पन्न होने वाला नोबेल कोरोना वायरस इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी मुकुट के आकार में कांटे के जैंसा दिखाई देता हैं इसे लातिनी भाषा में कोरोना कहा जाता हैं जिसका हिंदी अर्थ होता हैं– मुकुट। कोरोना वायरस से पब्लिक हेल्थ के लिए इमरजेंसी का मुद्दा भी बना हुआ हैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी कोरोना वायरस के विषय में बैठक की स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार अब तक 75 पाॅजिटिव मामले दर्ज किए जा चुके हैं और इनकी संख्या आगे भी बढ़ सकती हैं केरल, दिल्ली, हैदराबाद, जयपुर, आगरा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश इत्यादि राज्यों में मामले देखने को मिले । अब तक इससे 60 देश लगभग प्रभावित हो चुका हैं पूरी दुनिया में लगभग 5000 लोगों की मौत हो चुकी हैं और 87000 मामले सामने आए हैं । बचाव एवम् प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार द्वारा राज्यों के साथ मिलकर सामूहिक प्रयास की घोषणा भी की गई हैं इसके अलावा उच्च स्तर पर जागरूकता और सतर्कता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं हाल ही में होली मिलन समारोह स्थगित कर दिया गया विद्यालय ,विश्वविद्यालय में जागरूकता रैली का प्रावधान करने का भी आदेश दिया गया । जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोग सर्तक हो सकें । सरकार बचाव हेतु मास्क, डिटाल से हाथ धुलने, नमस्ते करने जैसीं व्यवहार शैली पर जोर दे रही हैं ।
रणनीतिक दृष्टिकोण की बात करें तो सामूहिक रोकथाम के लिए(cluster containment strategy) के लिए जिला अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई हैं इसके अलावा लोगों के आपसी संपर्क पर भी नजर रखने के साथ वायरस के व्यापक फैलाव को रोकने के लिए राज्य और जिला निगरानी की टीम को भी मजबूत किया गया हैं साथ ही चिकित्सालयों में जांच डायग्नोसिस के लिए विशेष लेबोरेटरी लॉजिस्टिक प्रबंधन तथा संक्रमित लोगों के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई हैं । प्रिंट इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया स्थानीय केबल टीवी चैनल, एफएम रेडियों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा हैं साथ ही दूसरे देशों से भारत आने वाले यात्रियों को भी व्यापक जाॅच करवाना इत्यादि विषयों पर सरकार तेजी से तैंयारी कर लोगों को सुरक्षित करने का प्रयास कर रही हैं साथ ही बचाव हेतु कुछ बिंदुओं पर सुझाव भी दे रही हैं जैसें– कि आप बाहर का खाना ना खाए, घर के खाने का सेवन करें, ताजा भोजन करें, खांसी, छींक आने पर मुंह पर कबर रखें, बाहर निकलते समय मास्क पहने, जानवरों से दूर रहे इत्यादि । स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वैश्विक स्तर पर covid–19 से मरने वालों की संख्या इन्यलुएंज से काफी ज्यादा हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संक्रमित लोगों की पहचान इंटीग्रेट डिजिटल सर्विलांस प्रोग्राम द्वारा( IDSP) नेट वर्क के द्वारा किया जा रहा है।
यदि आर्थिक दृष्टिकोण की बात करें तो अर्थव्यवस्था पर इसका असर साफ दिखाई दे रहा हैं भारत ही नहीं अपितु कई देशों पर भी । अर्थशास्त्रियों का कहना हैं कि यदि इसी तरह कोरोना वायरस बना रहा तो वैश्विक स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर विचार करना होगा । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि– कोरोना वायरस को लेकर भारत में अर्थव्यवस्था के विकल्पों को देखा जा रहा हैं हालांकि भारत का चीन के साथ होने वाला आयात और निर्यात दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। बहुत सारे उद्योग, कच्चे माल, कल पुर्जे चीन पर निर्भर हैं ऐसे में कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ऑटोमोबाइल, मोबाइल टेक्सटाइल, खिलौंने इत्यादि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता हैं साथ ही जेनरिंक दवाइयां भी महंगी हो जाएगी । इसका कारण यह हैं कि भारत की 70फीसदी एपीआई चीन पर निर्भर हैं । हालांकि पिछले दो महीनों से चीन से आयात बन्द कर दिया गया हैं ऐसे में पहले से ही अर्थव्यवस्था की मंदी से जूझ रहा है भारत तो कोराना वायरस के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था और भी प्रभावित हो सकती हैं मौजूदा हालत को देखते हुए रिकवरी कब तक होगी यह कहना मुश्किल हैं किन्तु कोरोना को महामारी के रूप में भी सरकार घोषित कर सकती हैं । वायरस का उपाय विज्ञान को भी अब तक नहीं मिल सका है अतः स्वस्थ भारत, स्वच्छ भारत के निर्माण में सहयोग करें।
— रेशमा त्रिपाठी