रक्षाबंधन
हाथ में राखी ललाट पर चंदन ।
भाई बहन की पावन रक्षाबंधन ।।
स्नेह के धार में बह रही दुनिया ,
कौन कर सकता है महिमामंडन ।
जेब खाली अक्सर रहता भाईयों का ,
बहने जब देती है दिल से अभिनंदन ।
हाथों में राखी की डोर अति शुभनिय ,
सौभाग्य भाई ललाट पर लाल चंदन ।
लाख छुपाए कर ले दुश्मन दुनिया ,
अटूट है भाई बहन का यह बंधन ।
हाथ में राखी ललाट पर चंदन ।
भाई बहन की पावन रक्षाबंधन ।।
— ‘मनोजवम्’