कांग्रेसी क्यों भद्रजन ?
मिस्टर मणिशंकर अय्यर की नज़र मे प्रधानमंत्री नीच है।
मिस्टर संजय निरुपम की नज़र मे पकौड़ा और चाय बेचना छोटा काम है।
विपक्ष की नज़रों मे मुख्य न्यायाधीश अयोग्य है।
कांग्रेस की नज़र मे सेना प्रमुख सड़कछाप गुंडा है ।
…. और कौन बचे हैं, जिनके कांग्रेस & कंपनी ने अपमान नहीं किए?
कांग्रेसीजन और संकीर्ण सोच रखनेवाले उनके कौमी “भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब” को मुस्लिम मानते ही नहीं थे !
वे तर्क देते थे, एक मुस्लिम को उर्दू अवश्य जानने चाहिए, कलाम साहब नहीं जानते थे!
… लेकिन अँगुली उनपर उठाये गए थे, याद कीजिये या शोध कीजिये, मंगल जी ! अन्यथा, उन्हें दूसरा कार्यकाल भी मिलते!
वे अपने आवास में ‘वीणा’ और ‘गीता’ भी रखते थे, एक आम मुसलमान ऐसा रखने की हिम्मत नहीं जुटा सकते!
मुस्लिम धर्मगुरु उनके इसतरह के हेयर स्टाइल से खफ़ा रहते थे!
वे अविवाहित थे, ऐसे अल्प ही अल्पसंख्यक (भारतीय मुसलमान) होंगे, जो unmarried रह गए हों !
वे हिन्दू संतों, यथा- स्वामी शिवानन्द आदि से ज्यादा ही प्रभावित थे !
इत्यादि-इत्यादि !