राजनीति

कांग्रेसी क्यों भद्रजन ?

मिस्टर राहुल गांधी की नज़र में प्रधानसेवक चोर है।

मिस्टर मणिशंकर अय्यर की नज़र मे प्रधानमंत्री नीच है।
मिस्टर संजय निरुपम की नज़र मे पकौड़ा और चाय बेचना छोटा काम है।

विपक्ष की नज़रों मे मुख्य न्यायाधीश अयोग्य है।
कांग्रेस की नज़र मे सेना प्रमुख सड़कछाप गुंडा है ।
…. और कौन बचे हैं, जिनके कांग्रेस & कंपनी ने अपमान नहीं किए?

कांग्रेसीजन और संकीर्ण सोच रखनेवाले उनके कौमी “भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब” को मुस्लिम मानते ही नहीं थे !
वे तर्क देते थे, एक मुस्लिम को उर्दू अवश्य जानने चाहिए, कलाम साहब नहीं जानते थे!

… लेकिन अँगुली उनपर उठाये गए थे, याद कीजिये या शोध कीजिये, मंगल जी ! अन्यथा, उन्हें दूसरा कार्यकाल भी मिलते!

वे अपने आवास में ‘वीणा’ और ‘गीता’ भी रखते थे, एक आम मुसलमान ऐसा रखने की हिम्मत नहीं जुटा सकते!

मुस्लिम धर्मगुरु उनके इसतरह के हेयर स्टाइल से खफ़ा रहते थे!
वे अविवाहित थे, ऐसे अल्प ही अल्पसंख्यक (भारतीय मुसलमान) होंगे, जो unmarried रह गए हों !

वे हिन्दू संतों, यथा- स्वामी शिवानन्द आदि से ज्यादा ही  प्रभावित थे !
इत्यादि-इत्यादि !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.