कौन या लोन ?
■मकान बनाना
यह आश्चर्य नहीं,
मेरे यहाँ तो रोज ब रोज !
मकान ढहना,
मकान का जीर्णोद्धार
या नए सिरे से मकान बनाना !
पर यहीं हूँ, इंदौर में !
राहत इंदौरी !
■हल्लाबोल
मनिहारी अनुमंडल क्षेत्र में
कब लगेगी लॉकडाउन ?
यहाँ भेड़ियाधसान हैं लोग !
आत्मविश्वास ठीक है,
पर अतिविश्वास नहीं हो !
….और अविश्वास नहीं हो !
■आदत
गलत आदत बुरी बात है,
पर अच्छी आदत भी
एकदम
सही बात भी नहीं है ?
हम आदतों को सँवारकर
छत पर रख देते हैं
और आदत-आदत खेलते हैं
और जरूरत पड़े तो
संजय दत्त को बुला लेते हैं !
■संक्रमण
ज्यादा छूट के कारण
लोग मटरगश्ती करने लगे
और जिनसे कई सौ गुने
कोरोना संक्रमित हो गए !
अब जुलाई भर
बिहार में लॉकडाउन !
लो कर लो भोगडाउन !
■महफ़िल
यादों के सहारे जी लेने दो
लाठी के सहारे बढ़ जाने दो !
मुश्किल नहीं,
महफ़िल सँवारना,
अमरबेल हूँ तो क्या,
पर बढ़ जाने दो !
■कौन…. लोन ?
बैंक ‘नियोजित शिक्षकों’ को
नहीं देते हैं ‘लोन’,
कहते हैं-
‘हम आपके हैं कौन’ ?
हैं वो मौन !
सुन ली सोन !