सेल्फी विथ 2 बुक्स
सेल्फ़ी विथ 2 बुक्स
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ये दोनों पुस्तक [1. पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद (शोध), 2. लव इन डार्विन (नाट्य पटकथा)] दूसरी बार भारतीय रेलवे के पास पहुँची है । भारतीय रेलवे में कार्यरत श्री ललित कुमार सिंह की कर्मभूमि सम्पूर्ण भारत है, उनके हाथों दोनों पुस्तकों को देख अतिप्रसन्न हूँ ।
मेरे अनुजसम ‘ललित’ मनिहारी क्षेत्र से ही है, कटिहार जिले का यह अनुमंडल देशभर में अतिविशिष्ट स्थान रखता है । अपनी लालित्य लिए ‘ललित’ इस माटी से कण-कण जुड़े हैं, अब साहित्यिक मीमांसा से भी जुड़ चुके हैं। सादर धन्यवाद ! हाँ, हृदयगत आभार !
अनुज ‘ललित’ से आशान्वित हूँ, वे कर्मरत हो दोनों पुस्तकों से आत्मसात हो जुड़ेंगे और कालांतर में पाठकीय प्रतिक्रिया से अवगत भी कराएंगे !
इसके साथ ही यह अग्रज आपके स्वर्णिम भविष्य की हृदयश: कामना भी करता है कि जहाँ भी रहिये, तन-मन से जुड़े रहिये, यही पाथेय है !