आगे क्यों बढ़े ?
आगे क्यों बढ़े ?
बढ़ने के लिए
उनके लिए
आपदकाल
और ख्याल
एक और एक
कहकर उसने कहा
कि जब हम आपको
खाकर गिर पड़
उसके साथ-साथ
उनके प्रसंगश:
आगे बढ़कर कोई नहीं
कि एक से बढ़कर एक
आगे भी बढ़-चढ़कर
पीछे की बहाली के साथ
और भी प्रसंगकर
उसी के सापेक्ष
एक और एक
साथ-साथ साथियों
रोज ब रोज
सुबह के वाष्प में
वृहदतम आँकड़े के रूप में
शह और मात के अंतरतम
ऊपर-नीचे
राजनीति के विन्यास
इनसे रूप-कुरूप के
प्रकार-संस्कार
देकर भी रूपांकर
आगे से आगे
राज-परिवर्त्तन
राजनीति-कारण के पार
कारनामा भी गायब
क्योंकि यह है
चमेली का तेल
आखिर आगे क्यों बढ़े ?