विश्व सम्मेलन
अमेरिका के
शिकागो शहर में
पहलीबार
संसारभर के
प्रायश: धर्मों के
विश्व सम्मेलन
आयोजित हुए थे,
जिनमें ईसाई, इस्लाम, यहूदी इत्यादि के
धर्म-प्रतिनिधियों द्वारा
अपने-अपने धर्म के पक्ष में
जोरदार तरीके से
तुरही बजाए जा रहे थे।
इसी बीच
अपने परिधान के लिए
स्वयं कौतूहल का विषय बने
भारत के युवा संन्यासी
और दार्शनिक विद्वान
स्वामी विवेकानंद ने
जो विचार प्रकट किए,
वह सभी धर्म-प्रतिनिधियों के
मुँह से निःसृत बोली को
आगे बजने के लिए बंद कर दिए,
यह प्रवचन कई दिनों तक चला ।
उनसे पहले उन्होंने
‘अमेरिकानिवासी बहनों और भाइयों !’
संबोधित कर
अमेरिका वासियों के
दिलों को
जीत लिया।