कविता

विश्व सम्मेलन

अमेरिका के

शिकागो शहर में

पहलीबार

संसारभर के

प्रायश: धर्मों के

विश्व सम्मेलन

आयोजित हुए थे,

जिनमें ईसाई, इस्लाम, यहूदी इत्यादि के

धर्म-प्रतिनिधियों द्वारा

अपने-अपने धर्म के पक्ष में

जोरदार तरीके से

तुरही बजाए जा रहे थे।

इसी बीच

अपने परिधान के लिए

स्वयं कौतूहल का विषय बने

भारत के युवा संन्यासी

और दार्शनिक विद्वान

स्वामी विवेकानंद ने

जो विचार प्रकट किए,

वह सभी धर्म-प्रतिनिधियों के

मुँह से निःसृत बोली को

आगे बजने के लिए बंद कर दिए,

यह प्रवचन कई दिनों तक चला ।

उनसे पहले उन्होंने

‘अमेरिकानिवासी बहनों और भाइयों !’

संबोधित कर

अमेरिका वासियों के

दिलों को

जीत लिया।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.