श्रद्धेय योगी
मेरे दादा जी (श्रद्धेय योगेश्वर प्रसाद सत्संगी) की पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि…. श्रद्धेय योगेश्वर प्रसाद सत्संगी (योगी) जन्मजात शाकाहारी, आदर्श कर्मयोगी और 1942 अगस्त क्रांति के अमर सेनानी थे।
ध्यान और योग के अध्येता सहित जीवनपर्यंत संतमत – सत्संग और बिहार, झारखंड, नेपाल के लोगों के अंतेवासी संत महर्षि मेंहीं के विचारों और शाकाहार के वरेण्य प्रचारक रहे । ये महान शख़्सियत मेरे दादाजी हैं, जो अब भौतिक काया में नहीं है, उनकी आज (18 जनवरी) पुण्यतिथि है और इस तिथि को कवि हरिवंशराय श्रीवास्तव ‘बच्चन’ जी की पुण्यतिथि भी है।
कवि बच्चन जी को दो बार पद्म अवार्ड से सम्मानित किया गया था, जबकि मेरे दादा जी भी ‘पद्म विभूषण’ के लिए नामांकित हुए थे। दोनों सदात्माओं को सादर नमन और श्रद्धेय श्रद्धांजलि….