कोरी चुनरियां
मोहे अपने रंग रंगो सांवरिया
इश्क की कोरी कोरी चुनरियां
कृपा दया ममता करुणा को
रंगा बनाओ चोखो
भरो प्रेम पिचकारी दिल से
भीगे बावरिया सांवरिया
अपने रंग रंगो ,,,,,,,,,
भर भर नज़र निहारो मोहे
बन जाउं तेरे जैसी
संग तिहारे ऐसे नाचूं
जैसे जोगनियां सांवरिया
अपने रंग रंगो,,,,,,,,,,,
तेरी प्रीत की लगान लगाउँ
जो तू बोले वो दोहराउं
तेरे पीछे पीछे आउं
लेके गागरिया सांवरियां
अपने रंग रंगो ,,,,,,,,,
— पुष्पा ” स्वाती “