कविता

होली

ये सच है, होली है
रंगों का त्योहार
पर मन में रहे याद
ये बात बारंबार
मान में रहें, और
मर्यादित रहें हम
न छींटाकशी हो
न हो अत्याचार
कोई घटना, कहीं
न दुर्घटना बने
न मस्ती के नाम
पर, हो दुर्व्यवहार
है रंगों की होली
तो हो रंगबिरंगी
सबसे मिल, बांट लेना
तुम दोस्ती और प्यार
— प्रियंका अग्निहोत्री ‘गीत’

प्रियंका अग्निहोत्री 'गीत'

पुत्री श्रीमती पुष्पा अवस्थी