आजादी की जुगाली
मित्र !
यह मेरा व्यक्तिगत बातेें हैं, तो व्यक्तिगत पोस्ट भी है ! मेरी भी निजी राय हो सकती है, क्यों ? अगर मेरे कुछ पोस्ट अच्छे नहीं लग रहे हैं, तो उनसे आगे बढ़ जाइये ! अगर सभी पोस्ट अच्छे नहीं लग रहे हैं, तो मित्रता कैसी ?
हाड़-मांस का शरीर है, कद कुछ नहीं होती ! आप ‘थ्री इडियट्स’ फ़िल्म देखे ही होंगे, जिनमें पद्मभूषण आमिर खान मुख्य भूमिका में हैं ! उनमें एक मित्र का भाषण ही बलात्कार और पा…. जैसे शब्द हैं ! महात्मा गाँधी की आत्मकथा और रेणु की कहानियाँ पढ़िये, बहुत ऐसी चर्चा होंगी कि आप चौंकते ही चौंकाते जाएंगे !
मेरा पोस्ट भी ‘सत्य के साथ प्रयोग’ है ! ‘गाँ…’ शब्द को गुदा के रूप में कितने लोग समझते हैं ? परंतु हाँ, हम मादाई शब्दों को कुत्सित होने से बचाता हूँ ! अस्तु, स्वांत: सुखाय को परिबद्धीय कीजिए ! मैं मुँह में राम और बगल में छुरी वाली भाषाई मर्यादा से विलग रहना ही पसंद करूँगा ! तो विवाह करने कौन कहा आपको ? आप भी जुगाली कीजिये न !