मुझे अब शादी नहीं करनी है (बीच बहस में)
अब मुझे शादी नहीं करनी है..
प्रश्न-
शादी सिर्फ एक भारतीय संस्कार है. अपने तरह की जिंदगी जीने के लिए अंतिम फॉर्मूला नहीं है.
उत्तर-
है…. क्योंकि ये लड़की को बंधक बनाता है ! मुझमें और आपमें अंतर है जेंडर का, इसलिए जरूरी नहीं कि आप जो फील करते हैं, वो मैं भी करूँ !
प्रश्न-
जेंडर जो हो, पर फीलिंग तो सबको होती ही है. कोई कह देते हैं और किसी को व्यक्त करने में शर्म आती है, फिर जीवन में हर कुछ पसंद के नहीं मिलते ! मुझे तो पसंद के ‘रंग’ नहीं मिले !
उत्तर- सिफ़र !
प्रश्न-
आपसी संबंध मित्रवाले क्यों नहीं ? क्या मित्र का मतलब एक उम्र का ही होना है क्या ? इसलिए तो आप धोखा खाती रही हैं ! मित्र का मतलब यह नहीं है कि शादी ही हो, प्रेम ही हो या शरीर पाना ही हो ! आप ‘गोदान’ की मालती और मेहता के प्रेम प्रसंग पढ़ सकते हैं !
उत्तर-
बात सिर्फ चेहरे की सुंदरता भर नहीं है, उसके आंतरिक सौंदर्य से भी है। अब कोई भी बुरा चरित्रवाले व्यक्ति के साथ रहना पसंद नहीं करूँगी ! मैंने कोई धोखा नहीं खाई है।