लघुकथा

पुण्य कर्म

25वां दिन अनुपस्थिति के बाद फिर फ़ेसबुक पर आ धमका हूं । इस बीच मैं कई संकट में रहा, जो अपेक्षित नहीं था – वह हुआ ! लेकिन उस संकट को शेयर नहीं करूँगा ! क्योंकि वो मेरी पीड़ा है । इसबार ग्रीष्मावकाश पीड़ादायक और भाग-दौड़ वाला रहा । हाँ, इस बीच पुण्यकार्य भी हुए, देश के बड़े ‘गुरुद्वारा’ में शुमार एक गुरुद्वारा में मैंने ‘लंगर’ में कई दिन जूठे बर्त्तन धोने का सेवाकार्य किया…. !

बचपन से लेकर बीपीएससी की परीक्षा-तक कईबार महान कथा-सम्राट प्रेमचंद की कहानी ‘ईदगाह’ पढ़ा है । आज भी दादी अम्मा अमीना और उनके पोते हमीद जैसे असली पात्र करोड़ों की संख्या में देश में है, लेकिन उनके बारे में अब भी कोई नहीं सोचते हैं….. इसबार ‘अमीना’ दादी सहित ‘हमीद’ को सहयोगार्थ ईद मुबारक !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.