गीत/नवगीत

अटल बिहारी वाजपेयी

धन्य हुई माँ भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से – 2

अद्भुत छवि स्वरूप तुम्हारा
तुम युग के नायक हुए….

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

प्रस्फुटित किरणों की भांति
धरती की गोद में कमल खिले….

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

ग्वालियर की मिट्टी सौंधी
हो गई तेरे आने से….
मां कृष्णा, कृष्णबिहारी पिता के तुम सपूत हुए

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

पत्रकार तुम कवि प्रवक्ता
ओज भरा था तनमन में….
रोम-रोम में बहती… करुणा
तुम दया.. भाव के सार हुए

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

चुनौतियों हर कदम खड़ी थी
पर! तुम डट बढ़ते रहे…
हटा के काटे राहों… से
फूल प्रेम के चुनते रहे….

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

त्याग दिया दाम्पत्य सुख को,
यौवन अपना कुर्बान किया
जीवन के हर लम्हो को
देशहित को सौप दिया….

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

हाथ,थामकर देशभक्ति का
तुम योद्धा सुरवीर हुए…
राजनीति की रणनीति से
भारत को मालामाल किए….

धन्य हुई मां भारती
तुम जैसे पुत्र को पाने से

शुक्रिया

*बबली सिन्हा

गाज़ियाबाद (यूपी) मोबाइल- 9013965625, 9868103295 ईमेल- [email protected]