होली दीवाने
होली के रंग में रंगा ,खुश हो शहर तमाम,
खुशियाँ झूमीं हर तरफ,नाच उठे गुलफाम,
नाच उठे गुलफाम,ढोल बज उठे सुहाने ,
कुछ पे चढ़ा गुलाल ,कुछ हो गए दीवाने ,
कहें ‘धीर’कविराय ,चली होली की टोली ,
सब के हाथ गुलाल ,सभी कर रहे ठिठोली।
— महेंद्र कुमार वर्मा