सुनिए दो लघुकथाएं
ये दोनों लघुकथाएं हमारे यानी लीला तिवानी द्वारा सृजित हैं और दोनों लघुकथाओं का नैरेशन रीता चंद्रा द्वारा किया गया है.
पहली लघुकथा है- “आज का कण्व”. टंकण की त्रुटि के कारण इसमें लेखिका का नाम लीला के बजाय लीना हो गया है, कृपया आप लीला ही पढ़ें, रीता जी ने वाचन में सही नाम लीला ही पढ़ा है. इसका लिंक इस प्रकार है-
दूसरी लघुकथा है- “अधूरा चित्र”. इसका लिंक इस प्रकार है-
इन लघुकथाओं को पढ़कर आप यू ट्यूब पर प्रतिक्रिया भी लिख सकते हैं.