आओ सीखें
प्रिय बच्चो,
आयुष्मान-बुद्धिमान-सेवामान,
हमने आपको बहुत-बहुत प्यारे-से आशीर्वाद दिए हैं, आशा है आपके मन को भा गए होंगे. वैसे ये आशीर्वाद संस्कृत भाषा में हैं, इसलिए हम आपको इनके अर्थ बता देते हैं, ताकि आप आशीर्वाद का पूरा आनंद उठा सकें.
आयुष्मान का अर्थ होता है, दीर्घायु यानी लंबी आयु होना. इस आशीर्वाद में लंबी आयु के साथ स्वस्थ रहते हुए लंबी आयु का अर्थ निहित है.
बुद्धिमान का अर्थ तो आप समझ ही गए होंगे- बुद्धि वाला. बुद्धि दो तरह की होती है- सद्बुद्धि या सुबुद्धि और दुर्बुद्धि. सद्बुद्धि या सुबुद्धि से खुद के साथ परिवार-देश-दुनिया-समाज का भला होता है. इसलिए यह आशीर्वाद आपको सद्बुद्धि या सुबुद्धि से सिंचित करता है.
सेवामान का अर्थ भी आप समझ ही गए होंगे- सेवा करने वाले बनो. सेवा करते हुए आप प्रसन्न मन रहते हैं, तो उस सेवा से आपको तो प्रसन्नता मिलती ही है, साथ ही आप जिसकी सेवा कर रहे हैं- उसके मन की प्रसन्नता भी आपके सम्मुख प्रसन्नता की लहरें प्रस्तुत करती हैं. एक मिसाल देखिए. आप किसी आगंतुक-मित्र-मेहमान के लिए चाय बनाते हैं. अगर वह चाय आप प्रसन्न होकर इस भाव से बनाते हैं- “कि यह चाय मैं भगवान के लिए बना रहा हूं.” सच में वह चाय अमृत के समान बनेगी और पीने वाले के चेहरे की प्रसन्नता आपको स्वतः ही दिख जाएगी.
आज बस इतना ही.
हरि इच्छा रही तो फिर अगले रविवार को मिलते हैं एक नए विषय के साथ.
आपकी नानी-दादी-मम्मी जैसी
-लीला तिवानी