अन्य बाल साहित्य

प्रदूषण हटाओ, पर्यावरण बचाओ

प्रिय बच्चो,
सदा खुश रहो,
आपके नाम हमारा यह पहला पत्र है. हमने आपको खुश रहने का आशीर्वाद दिया है, इससे आप सब बहुत खुश होगे और खुश होना भी चाहिए. पर एक बात याद रखने की है, कि खुश रहने के लिए स्वस्थ रहना आवश्यक है और स्वस्थ रहने के लिए शुद्ध पर्यावरण. पर्यावरण का अर्थ समझते हैं न आप! हमारी धरती मां, उसके आसपास के वातावरण से लेकर पिता अंबर यानी आकाश तक जितना कुछ दिखता है या नहीं भी दिखता है- इसे ही पर्यावरण कहते हैं.
आज 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस है. आज के दिन पर्यावरण की शुद्धता के लिए जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया जाता है. वैसे “हर दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस” होता है. किसी दिन भी जरा-सी चूक हुई, कि हमारा पर्यावरण अशुद्ध और हम अस्वस्थ. पर्यावरण के बारे में आज इतना ही, बस चलते-चलते आपको कुछ नारे बताते चलते हैं, जिनको याद रखना भी आसान और दूसरों को बताकर पर्यावरण की शुद्धता के साथ जोड़ना भी आसान.
1. हर दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस.
2. प्लास्टिक से नाता तोड़ो,
पृथ्वी और पर्यावरण की शुद्धता से नाता जोड़ो.
3. पर्यावरण को रखोगे शुद्ध,
तो बनोगे स्वस्थ और कहलाओगे प्रबुद्ध.
(प्रबुद्ध का अर्थ है- विद्वान)
4. प्रदूषण हटाओ, पर्यावरण बचाओ.
5. पृथ्वी पर जीवन है तब तक,
पर्यावरण शुद्ध है जब तक.
हरि इच्छा रही तो फिर अगले रविवार को मिलते हैं एक नए विषय के साथ.
आपकी नानी-दादी-मम्मी जैसी
-लीला तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244