रुनक-झुनक नाचें गणपति लाला
रुनक-झुनक नाचें गणपति लाला
गौरां मैय्या खुश पिता शिव हैं निहाला
1.गणपति के सिर मुकुट सुहाना
जो देखे हो जाए मस्ताना
घुंघराली अलकें हैं कुंडल विशाला
रुनक-झुनक नाचें———-
2.गणपति का पीताम्बर प्यारा
उसकी चमक से जग है न्यारा
पैंजनिया की रुनझुन करती निहाला-
रुनक-झुनक नाचें———-
3.गणपति बल-बुद्धि-ज्ञान-प्रदाता
विघ्न-विनाशक भाग्य-विधाता
प्रेम की जोत से जगत निहाला-
रुनक-झुनक नाचें———-
4.गणपति ऋद्धि-सिद्धि के हैं स्वामी
नवनिधि-नायक अंतर्यामी
शुभ और लाभ से भगत निहाला-
रुनक-झुनक नाचें———-
5.भक्ति-प्रदायक शक्ति के दाता
बंधु-सखा-गुरु-पितु-हितु-माता
दर्शन से प्रभु कर दो निहाला-
रुनक-झुनक नाचें———-