बिछड जाते हैं जब – हम सफर आप के
टूट जाते हैं फिर – सारे हौसले आप के
अफसाने आप के दर्द के – सुनता नहीं कोई
उदासी में चुप चाप – दिन गुज़रते हैं आप के
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बडी ही खूबसूरती से – आप छुपाते हैं दिल की बात को
नमी होती है आँखों मे – और लब मुसकराते हैं आप के
लाख शिकवे बे शक हों – आप के दिल में
हाल पूछे कोइ तो – ख्याल गुम हो जाते हैं आप के
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बडी ही अजीब बन जाती हैं – सारी तमन्नायें आप की
अकेले बैठ कर ही – मै खाने सच जाते हैं आप के
होश कुछ रहता नही आप को – अपने आप का
ख्याल सारे गुल हो जाते – ज़हन में आप के
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गन गनाने लगती हैं – खामोशियां आप के दिलों की
आव़ाज़ें सुनाई देने लगती हैं – धडकनों की आप की
मद होशी कुछ ऐसी -छा जाती है आप पर
खो जाते हैं बार बार – अपने ही ख्यालों में आप के
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उमंगें आप की अब मचलती नही – पहले की तरह
मुस्कराने लगते हैं आप – ढूब कर ख्यालों में आप के
गुज़रते हैं कुछ ऐसे ही – रोज़ शब आप के मदन
बात करते नही किसी से – लब खामोश रहते हैं आप के