वृक्ष हो चूका है बूढ़ा
लेकिन बूढ़ा होना
हरेक का कर्तव्य हो जैसे
बांधी जाती मान -मन्नते
लगाए जाते है फेरे
लम्बी उम्र होने के
वृक्ष से ही
लोग आज भी बताते पते
वृक्ष कुछ न कुछ हम सब को
देता ही आया है ,पर
माँगा न उसने हमसे कभी
अंतिम पड़ाव का साथी बनकर
जो खुद साथ साथ जलके,
साथ निभाता रहा।
— संजय वर्मा “दृष्टि”
*संजय वर्मा 'दृष्टि'
पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि "
2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा
3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446
4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /[email protected]
5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन )
6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग )
7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक "
खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित
-संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक
-काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच
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