क्षणिका: सीमाएं
अक्सर
आदतन/
तथाकथित बुद्धिजीवी /
सुशोभित करते हैं /
अपनी बुद्धिमता से/
चमचों और भक्तों की सीमाएं /
और …इनकी सीमाएं??
अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’
अक्सर
आदतन/
तथाकथित बुद्धिजीवी /
सुशोभित करते हैं /
अपनी बुद्धिमता से/
चमचों और भक्तों की सीमाएं /
और …इनकी सीमाएं??
अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’