खूब सजी है नगरी अयोध्या (गीत)
खूब सजी है नगरी अयोध्या
बीच मेरे राम दा डेरा वे माईया हो
चौर झुलावे हनुमत प्यारे
चरण धुलावे लखन वे माईया हो
सरयू तट पर धूम मची है
हो रही जयजय कार वे माईया हो
बहुत दिनों बाद आई शुभ घड़ी
मंग की मंगना तू वे माईया हो
साथ विराजे सीता मैया
माथे मुकुट और ताज वे माईया हो
सब की मुरादें पूरी हो गई
हुण की मंगना होर वे माईया हो
घर आये लौट के राम लला वे
आज दीवाली मनाओ वे माईया हो
— रवींद्र कुमार शर्मा