कविता
कई बार
किया इरादा…
यूँ भूलने का तुझको
पर …
आगाज न हो दिन का
तेरी यादों के बिना !!
अश्कों में
बहे अक्सर…
अरमान मेरे दिल के
अब …
रहा नहीं जाता
तेरी बातों के बिना !!
बस जाऊँ
तुझमें ही …
अब रूह बन के तेरी
क्यों …
जिया नहीं जाता
तुझसे मुलाकातों के बिना !!
अंजु गुप्ता