जीना-मरना परोपकार के लिए
जब भी हम-आप किसी किताब को खोलते हैं और पढ़ते हैं,
तो एक वृक्ष मुस्कुराकर संदेश देता है,
कि मृत्यु के बाद भी जीवन होता है,
भले ही संदेश का यह संकेत हम न समझ पाते हों,
पर यह तो सच है,
कि वृक्ष का जीना भी परोपकार के लिए होता है
और उसका मरना भी परोपकार के लिए ही होता है.
वाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह वृक्ष महत्ता को दर्शाती रचना के लिए आभार बहन जी
प्रिय राजकिशोर भाई जी, सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.
ब्रिक्ष की महमा और सन्देश बहुत अच्छा लगा .
प्रिय गुरमैल भाई जी, सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.