5 खिलाड़ी कविताएँ
1.
घुल गई जहर
ऐसे जनसमूह से
भीड़ से
कोरोना ने
बरपाए कहर,
अंश-हर !
शहर-शहर,
या गाँव-जवर !
घुल गई जहर
पहर दो पहर !
2.
गरीबों के परमधन
‘सुख’ तो ‘शारीरिक’ ही होती है,
‘मानसिक’ तो ‘संतोष’ होती है
और गरीब तो
मन मसोसकर रह जाते हैं
कि उनके लिए
‘संतोष’ ही परम धन है !
3.
अनावश्यक फीस
वकील
और क्लीनिकल डॉक्टर
लेते हैं अनावश्यक फीस;
पूछने पर कहेंगे-
उन्होंने पढ़ने में
लाखों खर्च किए,
इसलिए
वसूलेंगे कहाँ ?
4.
रनर कशिश
धौनी को रन आउट करने का
अभिशाप
न्यूजीलैंड को
खुद रन आउट होकर ही
अभिशप्त होना पड़ा,
सिर्फ़ ‘रनर’ कशिश लिए !
5.
मुंबईकर तेंदुलकर
2019 क्रिकेट वर्ल्डकप
लॉर्ड्स में
भारतरत्न भगवान !
कौन है प्रतिबद्ध यजमान ?
दयावान,
धनवान,
रूपवान,
नम्रवान,
गृहमान !
मुम्बईकर,
सर सचिन तेंदुलकर !