प्रेम
प्रेम जीवन का सार है
प्रेम पालनहार से करो
प्रेम प्रकृति से करो
प्रेम समाज से करो
प्रेम देश से करो
प्रेम दुनिया से करो
लेकिन
सबसे पहले
प्रेम खुद से करो.
प्रेम जीवन का सार है
प्रेम पालनहार से करो
प्रेम प्रकृति से करो
प्रेम समाज से करो
प्रेम देश से करो
प्रेम दुनिया से करो
लेकिन
सबसे पहले
प्रेम खुद से करो.