मुक्तक/दोहा

नीतीश बिहार

जिनका अपने ही घर में आधार नहीं है
दो के पक्ष में, चार से सरोकार नहीं है।
विश्व समुदाय एकजुट करने की बात,
जिनका बच्चों पर भी अधिकार नहीं है।
सीट एक है जिसके दावेदार दस,
हम तुमसे बेहतर तू को बस कर।
ममता राहुल केसीआर नीतीश सुनो,
शरद पंवार कर रहा दावा कल कर।
तुम कहते हो सीट कुल पचास ही आयेंगी,
राजद जेडीयू भाजपा को सबक़ सिखायेगी।
बिहार झारखंड से पचास सीटों की लक्ष्य,
इस बार तीन सौ पचास एनडीए लायेगी।
लालू भालू के संग बिहार में जंगल राज लाये,
जंगल में ख़्वाब सुनहरे नीतीश समर्थको को आये।
अनपढ़ नेताओं ने पढ़े लिखे को बनाकर बुद्धु,
खुद सत्ता पर क़ाबिज़, नीतीश को ख़्वाब दिखाये।
— अ कीर्ति वर्द्धन