पुनर्जन्म
जब भी मैं कुछ नया सोचती हूं,
जब भी किसी नए विचार का निर्माण करती हूं,
तब-तब मेरा पुनर्जन्म होता है.
हर एक नये विचार रूपी पौधे को
जब भी मैं सींचती हूं,
वह मेरे जीवन के पुनर्जन्म की
एक नई प्रक्रिया होती है,
हर नया सृजन
मेरे जीवन को एक नया आयाम देता है,
नया दृष्टिकोण देता है,
तब मेरा पुनर्जन्म होता है.