एक गीत आप सबके लिए
गंगा दूषित हो जाएगी, लज्जित होते भूप मिलेंगेकलयुग में ना जाने कितने, जयचंदों के रूप मिलेंगे सब मनु रोगी हो
Read Moreगंगा दूषित हो जाएगी, लज्जित होते भूप मिलेंगेकलयुग में ना जाने कितने, जयचंदों के रूप मिलेंगे सब मनु रोगी हो
Read Moreमैं भी आग लगा सकता हूँ… पाकिस्तानी बस्ती में मैं भी कालिख मल सकता हूँ नेताओं की हस्ती में जो
Read Moreअब वो नस्ल है बदल चुकी जब फिर से हिन्दू छला जाए जिसको भारत स्वीकार नहीं, वो पाकिस्तान चला
Read Moreमेरे ज़ज्बों को हाँसिल है… तुम्हारी सांस काफी है महज़ अश्कों से बुझती है यक़ीनन प्यास काफी है ज़माने
Read Moreमन शंकित हो तो बढ़ना कैसा रण निश्चित हो तो डरना कैसा जब मान लिया तो मान लिया अब
Read Moreसब कर्मो के फल मिलते हैं इसीलिए बस छल मिलते हैं मिलकर भी बस एक बचेगा कब अग्नि और
Read Moreहाँ!! मैं तुमसे प्यार करूंगा,.बोलो तुम क्या कर लोगे मरता हूँ मैं, और मरूँगा, …बोलो तुम क्या कर लोगे तुम
Read Moreउसनें , बालों को सुखाकर मांग में उड़ेल लिया होगा ढेर सारा सिन्दूर …….. पहन लीं होंगीं खूब सारी चूड़ियाँ
Read Moreकाल के अट्टहास के प्रतीक या शाश्वत रुपी सत्य का बोध कराते पुराने खंडहर ………………….. स्वयं में समेटे हुए अनगिनत
Read Moreमुझसे ज़रा बचकर, निकलने लगे है लोग कुछ बात होगी मुझमें, जलने लगे है लोग क्या मैं भी इस
Read More