देखो मेरे इस भारत को
देखो मेरे इस भारत को नेताओं के इस भारत को नियमों की जहां भरमार है टुकड़े हो गए जिसके अपार
Read Moreदेखो मेरे इस भारत को नेताओं के इस भारत को नियमों की जहां भरमार है टुकड़े हो गए जिसके अपार
Read Moreबदलता दस्तूर क्या दिल को है मंजूर पूछता हूं अपने मन से क्या संस्कृति का बदलाव या आधुनिकता की छांव
Read Moreकुछ तो है इस देश में जो आपस यूं में सब प्यार जताते हैं। मिट्टी के हर कण कण में
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