गीतिका/ग़ज़ल अनिता मण्डा 12/09/201528/09/2015 गज़ल ख़ामोशी से दुआ करो तो खुदा सुन लेता है उसका दिल मेरी आँखों की सदा सुन लेता है तुम खोल Read More
क्षणिका अनिता मण्डा 14/08/2015 क्षणिका क्षणिका खून से सींच उगाया है दरख़्त उसकी कोई भी शाख़ हिला दो फूल नहीं केवल लम्हे झड़ते हैं लम्हों Read More
हाइकु/सेदोका अनिता मण्डा 13/08/2015 हाइकु हाइकु 1 उजला मन आशाओं का दर्पण ये देखे स्वप्न। 2 सबने पीया खामोशी का सागर तूफाँ सब में। 3 Read More
कविता अनिता मण्डा 17/07/201517/07/2015 कविता ज़िन्दगी तेरी बज़्म हम उल्फ़त से सजाते.. फ़ुरसत न हुई गम रहे हरदम आते जाते…. जंग-ए-जज़्बात और नाज़ुक सा दिल Read More
कविता अनिता मण्डा 06/06/201507/06/2015 प्रकृति ऊँचे-ऊँचे पहाड़ कल-कल बहती नदियाँ। हरे-भरे पेड़ चीं-चीं करती चिड़ियाँ। रंग-बिरंगे फूल रस लेती तितलियाँ चींटी मेहनत करना सिखाती कोयल Read More
शिशुगीत अनिता मण्डा 03/06/201503/06/2015 चिड़िया फुर्र-फुर्र करती आई चिड़िया दाना चुगकर लाई चिड़िया सबको प्यारी लगती चिड़िया पंछियों में न्यारी लगती चिड़िया तिनके चुन Read More
हाइकु/सेदोका अनिता मण्डा 06/05/201507/05/2015 हाइकु चली मथनी, हो गई एकत्रित, मक्खनी यादे चली मथनी, विष से नीला कंठ, अमृत बाँट चली मथनी, पिला रही गोपियाँ, Read More
कविता अनिता मण्डा 06/05/201509/05/2015 दोहा मुस्कान के मोती डालो, रहेंगे हंस करीब। प्रभु ने सबको दी है यह, कोई नहीं गरीब।। मुस्कान के मोती डाल,रहेंगे Read More
गीतिका/ग़ज़ल अनिता मण्डा 05/05/2015 गज़ल दरीचों से झांकता ऊजाला कहता है अब इस घर में कोई रहता है…… शाख़ पर फिर पत्ते आ गए हैं Read More
कहानी अनिता मण्डा 05/05/201505/05/2015 डिपेंड कौन? “हाय” “हाय” “कैसी हो” “बढ़िया, आप कैसी हो” “मैं भी ठीक हूँ” “कहाँ रहती हो, आजकल दिखती ही नहीं?” “हाँ Read More