अंतर्मन
चीनू घर आई तो अलका ने राहत की सांस ली। वह किचन से बाहर लॉबी में आकर खड़ी हो गई।
Read Moreपंखुरी आज ऑफिस नहीं गई थी। कुछ अस्वस्थ महसूस कर रही थी। फिर से अक्टूबर का महीना आ गया था।
Read Moreएक महान संत का प्रवचन होने वाला था। देखते ही देखते पंडाल लोगों से पूरी तरह भर गया। लोगों को
Read Moreसुचित्रा बहुत विचलित हो गई थी। उसने इतना अपमान अब तक कभी नही सहा था। भलाई करने का आज के
Read Moreचलो गांव से शहर तक एक दौड़ लगाएं। जो जीत जाए, उसे गांव में रहना नसीब हो जाए। भौतिक सुख
Read More“समर्पण से मिलती है राह।” समर्पण का अर्थ है “समस्त अर्पण” उस सर्वशक्तिमान के समक्ष जिसने हमें बनाया है। किसी
Read Moreसाक्षी कई दिनों से बहुत व्यस्त थी। उसकी पीएचडी की परीक्षा पास आ रही थी चार सालों की जी तोड़
Read Moreसपने देखना अच्छी बात है। उन्हें पूरे करने के लिए कोशिश करना और भी अच्छी बात है। परन्तु सारी कोशिशों
Read Moreतुम अब याद क्यों नहीं आते मेरे गांव के मीठे झरने, मन क्यों नहीं छटपटाता ? तुम्हे निहारने को। तुम्हारे
Read Moreबाबू की खुशी का ठिकाना नहीं था। उसके बाबा का गांव से फोन आया था। बाबा चाहते थे कि बाबू गांव में पूरे
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