दानी लोग
दान करना मानव की आत्मीय व दिमागीय प्रवृत्त है। दानी तीन प्रकार के होते है दिल से दानी,दिमाग से दानी
Read Moreजब भी अन्तस् अतीत की कल्पनाओं की उस रंगमयी गुलजार गलियों से गुजरता है जिसको एकांत व तनाव भरे इस
Read Moreनिंदक दो तरह के होते है।एक निंदक वो होते है जो निंदनीय व्यक्ति की ही निंदा करते है और दूसरा
Read Moreदिल और दिमाग के सामंजस्य का सबसे बड़ा उदाहरण का जगह मौन के अलावा कोई और नहीं ले सकता।या यूं
Read Moreमानस-पटल पर भावनाओ का जब होता है प्रवाह कोरे कागज पर कुरेदने लगती है कलम अपने-आप घिस-घिसकर कलम देता हूँ
Read Moreसमय आ गया अब जागो रे किसान परिवर्तन के गान से गूंज जाए हिंदुस्तान हँस रहे है सारे पूंजीपतियों के
Read Moreमैं प्यार तुझसे नहीं हरे-भरे खेतो जैसा तेरे खिले चेहरे से करता हूँ जिसके दर्शन से मेरी आँखे तरो-ताजा रहती
Read Moreतनिक-तनिक बात पर मत उपजाओ द्वेष का आवेश मनमोहक सम्बन्ध दिखाकर जरा चरित्र का करो उत्कर्ष । मानवता ही है
Read Moreखामोशी का ताला हटा, कर दो जज्बातों की बारिश। आँच न आये कुल की जमीर पर, उजागर कर वंशज की
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