गीत/नवगीत बेख़बर देहलवी 05/05/201605/05/2016 बेटियों का उपकार हर कोई चाहता है बेटा पर बेटियाँ महत्वहीन क्यों है बेटा पैदा होता बजती बधाई बेटी पर गम़गीन क्यों है Read More
मुक्तक/दोहा बेख़बर देहलवी 05/05/2016 मुक्तक अनेकता में भी एकता हो ये काम अच्छा है मजबुत हो हमारा भारत ये पैगाम अच्छा है काम आ सकूँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल बेख़बर देहलवी 05/05/2016 ग़ज़ल इन्सानो के दिलों में जलती अगन क्यों है भैया को भाई से भी इतनी जलन क्यों हैं जब तक रहा Read More