क्षणिकाएं
मेरे बोलने पर उनको थी आपत्ति मौन हूं तो भी परेशान हैं वो
Read Moreजवानी क्या है और बुढ़ापा क्या है. उमंग और जोश जवानी है उत्साह का मर जाना बुढ़ापा है अगर आपके
Read Moreरेशमी यह दो सूत्र सूत्र नहीं बहिन भाई के अटूट रिश्ते के सूत्र हैं आखिर क्यों न हो सहोदरा हैं
Read Moreबहते आंसुओं का आंखों से निकल गालों तक बह आना कुछ और नहीं जज़्बात हैं यह बन न सके
Read Moreरिमझिम रिमझिम बरसे पानी टर्र टर्र बोले मेढ़क पंख फैलाए नाचे मोर गुड़िया बोले मैं भी नाचूं भीगू इस बरसात
Read Moreबाल पक गए चेहरे पर झुरियां छा गई कमर झुक गई कदम लड़खड़ाने लगे दांत टूटने लगे नजर कमजोर हो
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