रक्षा बंधन
रेशमी यह दो सूत्र सूत्र नहीं बहिन भाई के अटूट रिश्ते के सूत्र हैं आखिर क्यों न हो सहोदरा हैं
Read Moreरेशमी यह दो सूत्र सूत्र नहीं बहिन भाई के अटूट रिश्ते के सूत्र हैं आखिर क्यों न हो सहोदरा हैं
Read Moreबहते आंसुओं का आंखों से निकल गालों तक बह आना कुछ और नहीं जज़्बात हैं यह बन न सके
Read Moreरिमझिम रिमझिम बरसे पानी टर्र टर्र बोले मेढ़क पंख फैलाए नाचे मोर गुड़िया बोले मैं भी नाचूं भीगू इस बरसात
Read Moreबाल पक गए चेहरे पर झुरियां छा गई कमर झुक गई कदम लड़खड़ाने लगे दांत टूटने लगे नजर कमजोर हो
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