सफ़ेद पोश
डाकू जो कभी बीहड़ों में रह कांधे पर लटकाये बंदूक घोड़े पर चढ़ डकैती लूट पाट किया करते थे अब
Read Moreवासुदेव का सुमिरन करते करते प्रकट हो गए नारायण देख उन्हें मैं चौंकापूछ लिए उनसे तुम नारायण हो या कोई छलिया और प्रपंच विश्वास नहीं
Read Moreकर्म कर बंदे चिंता को तू छोड़ क्या होगा किस पल में सब लिख रख दिया कुंडली में तेरी विधाता
Read Moreसावन के वो गीत कहाँ हंसी ठिठोली अब है कहाँ मायके में आना सहेलियों के संग मिलना पेड़ों पर पड़े
Read Moreकैसी तेरी अबूझ कहानी लगा बूझने जिसे सब कोई तेरी यह कहानी कोई व्रत रखे कोई जप करे कोई हज़
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