गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 13/10/201513/10/2015 ग़ज़ल अजनबी तुम रहो अजनबी की तरह चाहते हैं तुम्हें जिंदगी की तरह । टूट जाए वफा का भरम गर कभी Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 11/10/2015 ग़ज़ल मुस्कुराते होंठ आँखों में नमी कैसे कहूँ पास में दुनिया मगर, तेरी कमी कैसे कहूँ आप को खोकर हमारी Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 10/10/2015 ग़ज़ल प्यार मैं बस तुम्ही से करता हूँ रोज जीता हूँ रोज मरता हूँ । लोग पत्थर बुलाते है मुझको Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 08/10/2015 ग़ज़ल आप भी दिल कमाल रखते हैं। प्यार मुझसे मुझी से जलते हैं। आज वो बन गए ज़रा संगदिल ये फ़साने Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 07/10/2015 ग़ज़ल करो परवाह बस मेरी ख़ुशी की जरूरत क्या तुम्हे है बन्दगी की अगर हमराज हो मेरे सनम तुम बताओ Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 06/10/201506/10/2015 ग़ज़ल जरूरी तो नही हर बात में दो चार करना भी बुराई छोड़ के सीखो जहाँ में प्यार करना भी। Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 05/10/2015 ग़ज़ल गली में कभी आप मिलते रहे हैं धड़कते हुये दिल मचलते रहे हैं वफ़ा में कदम सोच कर के रखो Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 03/10/2015 ग़ज़ल तीरगी घबरा गई है रौशनी के सामने रासता मुश्किल नही है आदमी के सामने या खुदाया प्यार में ऐसे Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 02/10/201502/10/2015 ग़ज़ल रंजिसो से तेरा वासता तो नही नफरतो को मिला रासता तो नही । रोड पर आज क्यों हैं चली लाठियाँ आज पुतला किसी का जला तो नहीं राहतें किस तरह Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 01/10/2015 ग़ज़ल दर्द में डूबी हुई मेरी कहानी किस लिए मौत से बद्तर मेरी ये जिंदगानी किस लिए । जो किसी Read More