गीत – उर-वेदना
पास उर के मेरे है , मेरी वेदना । आँसुओं से सनी है मेरी कल्पना। हाय संदेह के विष से
Read Moreपास उर के मेरे है , मेरी वेदना । आँसुओं से सनी है मेरी कल्पना। हाय संदेह के विष से
Read Moreअगर राष्ट्र हित सोच रहे हो, जयचंदों का दमन करो । छोड़ो पंथ अहिंसा का अब ,धर्मयुद्ध का चयन करो
Read Moreसाँसो का बंधन तोड़ , यादों की गठरी छोड़ , राष्ट्रपंथ के पथिक ,तू भला किधर गया ? एक युग
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