मुक्तक
उड़ने का ख्वाब रखता हूँ फटे में टांग नहीं फसाता हूँ। माँ की परछाई को पाकर मैं गगन को चूम
Read Moreजंगल के राजा शेर ने एक सभा बुलाई । प्रहलाद की भक्ति होली की बात बताई ।। हम सभी खेलेंगे
Read Moreलल्ला के गाल रंग से हुए लाल । गली – गली में मचा रहे धमाल ।। उडा रहें गुलाल लगा
Read Moreप्रेमरंग की बौछार रंगपंचमी सद्भाव की बहार रंगपंचमी । आनंद मय हो जीवन हमारा ऐसी शुभकामना है रंगपंचमी ।। गेर
Read Moreबड़ा सुहावना लगता माह जून संग लाता यह अपने मानसून । मौज-मस्ती छोड़ो चलों स्कूल बादलों में छिपे सन और
Read Moreचलो पापा चलो स्कूल चलो मम्मी चलो स्कूल आ गया जून का महिना खुल गए सरकारी स्कूल ।। हमारी मंजिल
Read Moreजकड रहे हैं सवाल मुझको निगल गया ये जाल मुझको । ढल न सका समय के साथ बस ये एक
Read Moreकहाँ जाएगे वन के जानवर उजड़ जाएंगे जब हमारे घर । जंगल हीं हमारा घर-बाहर जंगल से हीं है मंगल
Read More