मेला –रेला
यह वक़्त कितना बेरहम पल में क्या से क्या हो जाता है, एक हँसता गाता चेहरा आंसूओं से तर बतर
Read Moreयह वक़्त कितना बेरहम पल में क्या से क्या हो जाता है, एक हँसता गाता चेहरा आंसूओं से तर बतर
Read Moreना मेरी खता थी न तेरी खता थी, कुछ मेरी तमन्ना थी कुछ तेरी ज़रुरत थी, ना तुमने कुछ कहा
Read Moreएक समृद्ध व्यापारी था जिसकी 4 पत्नियां थीं। वह चौथी पत्नी से सबसे ज्यादा प्यार करता था और उसे समृद्ध
Read More“जल्दी आ- जल्दी आ” दूर कर लोगो के दिलों के फासले दिन अब अच्छे आयेंगे इसमे कोई दो राय नहीं
Read Moreचलो कभी अपनी ऐसी मुलाक़ात हो जाये आमने सामने बैठे हों और बात हो जाय कुछ दिल की तुम कहो
Read Moreमन में आते रहते हर पल नए विचार, मन में रह नहीं पाते है अब कैसे करूँ सुधार, ‘जय’ हूँ,
Read Moreआदरणीय मोदी जी को जन्मदिन पर समर्पित– दे दी हमें ‘आजादी’ बिना खडग बिना ढाल इस देश के सपूत तुमने
Read Moreअब तो अखियाँ तरस गई हैं माता अपना रूप दिखा दे, नवरात्रे की इस पुण्य बेला में माता अपना दीदार
Read Moreआओ आज सवथीनता दिवस पर अपने महान भारत देश का गुणगान करें और इसे स्वच्छ रखने का संकल्प करें, मेरा
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