हां ये तपिश हैं
ठंडे न होंगे ये सिने जिसमे हैं दहक लाखों में न सही हजारों में ही ललकार हैं प्रतिकार हैं और
Read Moreठंडे न होंगे ये सिने जिसमे हैं दहक लाखों में न सही हजारों में ही ललकार हैं प्रतिकार हैं और
Read Moreकई दिनों से राजकरणीय छिछालेदर हो रही हैं यू पी में,सपा के कई कार्यकर्ता उसे छोड़ कर जा रहें है
Read Moreनग्न कर दिया हैं ए हम वतनों तुमने हमें हमारी तमन्ना–ए–इबादत को भी बड़े ही अरमान से निकले थे सफरोशी
Read Moreछुटपन में आता न था खाना न ही चलना और बैठना पैदा हुए तो एहसास न था जीने का आगाज
Read Moreअगर हम कोई तेहवार मना रहें हैं तो पक्की बात हैं कि हम प्रकृति के साथ जुड़ा हुआ कोई पर्व
Read Moreकहीं पढ़ा था की लड़कियों का आत्मसम्मान बढ़ाओ शादी की उम्र नहीं,सही बात हैं,लड़कियों को सम्मान मिलना बहुत जरूरी हैं
Read Moreआन भी हैं तू मान भी हैं तू हिंदी तू हिंदुस्तान की जान हैं तू तेरी मीठे शब्दों से कान
Read Moreएक तो द्रौपदी थी तब अनेक है आज भी क्यों बचा न पाए आज के कृष्ण जब बिलखती हैं वहआज
Read Moreएक बुरे स्वप्न की समाप्ति सा लग रहा हैं इस वर्ष का समाप्त होना।और मन थोड़ा आहत भी हैं आगामी
Read More