खिड़की मर गई है…
खिड़की सदा के लिए बंद हो गई है वह अब बाहर नहीं झाँकती ताज़े हवा से नाता टूट गया सूरज
Read Moreखिड़की सदा के लिए बंद हो गई है वह अब बाहर नहीं झाँकती ताज़े हवा से नाता टूट गया सूरज
Read Moreआसमान की विशालता जब अधीरता से खींचती है धरती की गूढ़ शिथिलता जब कठोरता से रोकती है सागर का हठीला
Read Moreछत्तीसगढ़ में नसबंदी के दौरान 14 स्त्रियों की मौत ने एक बार फिर सोचने को मजबूर किया कि हमारे देश
Read Moreमहात्मा गाँधी के बारे में जब भी सोचती हूँ तो एक अजीब सा आकर्षण होता है। उन्हें जितना पढ़ती हूँ और
Read More1. जी चाहता है उन पलों को तू स्टैच्यू बोल दे जिन पलों में ‘वो’ साथ हो और फिर भूल
Read Moreएक कैनवस कोरा सा जिसपे भरे मैंने अरमानों के रंग पिरो दिए अपनी कामनाओं के बूटे रोप दिए अपनी ख्वाहिशों
Read More