जीवन ही अब भार मुझे
मेरा अपना इस जग में , आज़ अगर प्रिय होता कोई। मैंने प्यार किया जीवन में, जीवन ही अब भार
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Read Moreशब्द के कुछ सुमन है समर्पित तुम्हे, बस चरण में इन्हें अब शरण चाहिए । हे मां शारदे कण्ठ से
Read Moreआज मैं तुम्हें न पा सका, इसलिए न गीत गा सका। बहार फूल तो खिले मगर, मिले उसे भ्रमर न
Read More******************** प्रिय तुम मुझसे दूर न जाओ, मेरे मन में आज नशा है। घूंघट खोल रही है कलियाँ , झूम
Read Moreपुत्र दिलाता दाल रोटियां गौ माता दूध पिलाती है, इसी लिए गौ को माता कहते है और जग में पूजी
Read Moreनयन में तुम्हारे प्रिये,चाॅदनी, मेरे मन में मधुर गीत है। आज जाने कहां से सपन उड़ रहे, आज जाने कहां
Read More**************** अपनी मां जन्नत की नूर होती है अपनी मां की प्रार्थना प्रिय होती है अपनी मां त्याग तप की
Read Moreबहुत दूर मुझसे बसी हो विरागिन मिलन अब हमारा तुम्हारा न होगा। किसी दिन तुम्हीं रूपसी बन खड़ी थी, किसी
Read More*********************** कैसे मैं समझाऊं, तुमसे प्यार बहुत है। तेरी मधुमय मंजुल वाणी, मुझसे कुछ कहती कल्याणी, तेरा अनुपम रूप कलेवर,
Read Moreगीत का सावन उमड़ता प्रीति का शुभ स्वप्न पलता चांद सी तुम हंस रही हो शून्य उर में धंस रही
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